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Friday, May 1, 2020

Do’s and Don’ts to Protects from Novel Corona virus (COVID-19) / क्या करें और क्या न करें

If you want to protect yourself and others from the Novel Coronavirus (COVID-19) then follow these Do’s and Don’ts

Do’s / क्या करें











• Wash your hands- often and regularly, for at least 20 seconds, with soap and running water or with an alcohol-based rub.

• Practice respiratory etiquette - by coughing or sneezing into your flexed elbow or by covering your nose and mouth with a single-use disposable tissue. Throw used tissues into a closed waste- bin immediately after use.

• Wear a mask - over your nose and mouth if you are taking care of a person with suspected COVID 2019 infection or if you are coughing or sneezing. Dispose the used mask properly into a closed waste- bin immediately after use.
• Practice social distancing - by keeping a safe distance by 1 meter, and by staying at home if you are unwell.

• Inform over the phone - to your doctor or your local health authority, or your national health helpline, in case you develop fever, cough, cold, or breathing difficulty.

• Follow the instructions - from your doctor, or from your local health authority, or your national health helpline, when seeking medical care.

• Stay updated with the latest information - on COVID-19 and on how to prevent the spread of infection, from reliable sources.

• Disclose your travel history over the phone - to your healthcare provider and seek medical care immediately, if you have returned from areas where COVID-19 is present, and are feeling ill even with mild symptoms such as headache, stuffy or runny nose, or have developed more severe symptoms such as fever, cough, and breathing difficulty.

Don’ts / क्या न करें 











• Don’t touch your face, eyes, nose, or mouth without washing your hands.
• Don’t hug, kiss, or shake hands with anyone who is ill or has a cough, cold, or fever.
• Don’t come in close contact with anyone if you are unwell or have a cough, cold, or fever.
• Don’t spit in public


Thanks & Regards,



Gourav Kala,
Certified Fitness & Wellness Coach,
+91-9999944773
www.livelifelong.co.in

Special Thanks to:-

Mr. Nitin Kumar ( 9991154544 ) as a CNF Distributor of Ayurvedic Products & Healthcare Services as in Tripulse International Pvt Ltd, Faridabad. For Distribution Contact him as TIPL Distributor of Fino, Oxigen, Darjuv9, Damaulik, Rjuv8, Rjuv9, Maxx, Zordus, Biosash, Arise, Energie9, NW ( Nutriment WareHouse), Manipal, Image Impact, MemoPower and many more.

Disclaimer: The article is based on general information regarding Protects from the Novel Coronavirus (COVID-19). The author completes his certificate from Apollo MedSkills & Medvarsity on Awareness & Prevention of NCOVID-19. Please consult your medical professional before using it as per self conditions.

(The author is certified from The Health Sciences Academy and user of Ayurvedic & more Natural Products. Views expressed are personal.)

All Rights Reserved.
:- No part of this Blog may be reproduced in any form or by any means, without permission of the author Gourav Kala.

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Thursday, April 30, 2020

कोरोना वायरस और कोविड-19 क्या है ? / What is Corona Virus and COVID-19 ?


• कोरोनावायरस एक वायरल एजेंट है जो मनुष्यों में फ्लू जैसी साांस की बीमारी का कारण बनता है ।
• इस नए वायरस की उत्पत्ति दिसांबर 2019 में चीन में हुई थी और अब सभी देशों में फैल गई है ।
• COVID-19 (Corona viral disease) 2019 से उपजी है ।
• यह बीमारी ज्यादातर मानव शरीर में हल्के रूप में होती है और कुछ समय के उपराांत स्वतः ठीक होती है ।
• सह-रुग्णता वाले व्यक्ति या गंभीर बीमारी वाले रोगियों में ज्यादातर बुजुगों में इसका असर ज्यादा होता है, जिस कारण से साांस लेने में कठनाई होती है और श्वसन विफलता मृत्यु का कारण बन सकती है।
• गंभीर रूप से बीमार लोगों में से कुछ को जब तक उनकी इम्युननटी सिस्टम ठीक से काम न करने लग जाए तब कुछ दिनों तक मेडिकल वेंदटलेटर की जरूरत पड़ सकती है,
• यह बीमारी आमतौर पर सांक्रसमत मनुष्यों के निकट संपर्क में आने से फैलती है ।

सामान्य सुरक्षा हेतु बुनियादी स्वच्छता उपाय :- 
• जितनी बार संभव हो अपने हाथों को साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक धोना चाहिए। हाथ की उंगलियों के रिक्त स्थान और नाखूनों को अच्छी तरह से साफ किया जाना चाहिए क्युकी ये अनियिमित धुलाई में कई बार छूट जाते हैं ।
• सामान्य साबुन का प्रयोग करना भी अच्छा होता है। एंटीसेप्टिक साबुन से भी हाथ धोने से वायरस को साफ किया जा सकता है, क्युकी एंटीसेप्टिक साबुन 20 सेकंड के कीटाणुओां के संपर्क में रहकर उन्हें नष्ट कर देता है।
• गंदे हाथों से अपना चेहरा, आँखें, मुँह छूने और भोजन करने से बचें ।
• बीमार लोगों के निकट संपर्क और स्पर्श से बचें रहे (1 मीटर की दुरी बनाए रखें)
• भीड़ भरे स्थानों और अधिसूचित क्षेत्रों की यात्रा से बचें ।
• N-95 मास्क सामान्य पब्लिक के लिए जरुरी नही हैं, यहाँ तक की सर्जिकल मास्क का प्रयोग भी वैकल्पिक है। इनका प्रयोग केवल भीड़ वाले स्थानों पर ही किया जाना वंशित है ।

संदिग्ध रोगी के संपर्क के मामले में कुछ जरुरी उपाय:-
• आप एक व्यक्ति पर कोविड रोगी होने का संदेह कर सकते हैं यदि
(A) वह अधिसूचित देश से लौटा है, या
(B) एक सांदिग्ध या अधिसूचित रोगी के साथ निकट संपर्क में रहा है, या
(C) किसी संकर्मित रोगी के संपर्क में रहा है, लेकिन उसमे रोग के लक्षण नही हैं, या
(D) एक चितिक्सा प्राधिकारी ने किसी भी कारण से Covid -19 परीक्षण का आदेश दिया है ।
• यह सुनिश्चित करें की ऐसा व्यक्ति घर/ अस्पताल में क्वारंटाइन रहे जैसा की चितिक्सा प्राधिकारी द्वारा निर्धारित किया गया हो । यदि ऐसा कोई व्यक्ति निर्धारित नियमो का अनुपालन ठीक से नही कर रहा है, तो इसकी जानकारी सम्बंधित विभाग को सूचित करना चाहिए ।
• ऊपर सूचीबद्ध सभी सामान्य सावधानियों का पालन करें ।
• सांदिग्धों के संपर्क में आने पर फेस मास्क का प्रयोग करें । सांदिग्धों को मास्क पहनना चाहिए ।
• यदि आप एक सांदिग्ध कोविड रोगी के संपर्क में रहे हैं, तो 14 दिनों के लिए घर पर अकेले रहने का विकल्प चुनें। इस दौरान आवश्यक सावधानी बरतें ।

सामान्य सुरक्षा के लिए सुझाव:-
• घबराए नही और अफवाह न फैलाएां ।
• अपना चेहरा और मुँह ढके बिना खाांसी न करें और यहाँ थूकें नही ।
• अगर आपको फ्लू जैसी बीमारी है तो सार्वजनिक स्थलों पर न जाएँ ।
• यदि आप ने सांदिग्ध कोविड व्यक्ति से संपर्क किया था तो उसकी जानकारी न छुपाएँ ।
• आांखों को अशुद्ध हाथों से न छुए न रगड़ें, हाथों को पानी से साफ़ करने के बाद ही ऐसा करें।
• दस्ताने और एन -95 मास्क पहनना वास्तव में इतने उपयोगी नही है, इनका प्रयोग बीमार रोगी की देखभाल एव उपचार के समय ही किया जाना चाहिए।
• पूर्ण सुरक्षात्मक उपकरण पहनना उपयोगी नही है, हलाकि इनका उपयोग एक बीमार रोगी की देखभाल और उपचार के समय जरुरी है।

सावधानियों के पीछे के विज्ञान को समझना:- 
• वायरस एक एरोसोल के रूप में यात्रा नही करता है जो की लगभग सौ मीटर तक फैल जाएगा । यह म्यूकस (बलगम) की बूंदो के साथ गिर कर फैलता है और इसीलिए केवल कुछ फीट की यात्रा कर सकता है। 
• ड्रापलेट्स आकार में बहुत बड़ा है । सर्जिकल मास्क से भी यह फस जाता है। यदि आप किसी मरीज के संपर्क में हैं, तो भी एक सर्जिकल मास्क ही वायरस को रोकने के लिए लगभग पूर्णतया सक्षम है ।
• ड्रापलेट्स कपड़े, हाथ की त्वचा और घर/ ऑफिस की विभिन सतहों पर जमा हो जाते हैं । इन्हें छूना वायरस प्रसारण का प्रमुख माध्यम बन जाता है । हाथों को बार बार धोना, भीड़ भरे स्थानों पर जाने से बचना और और शारीररक संपर्क से बचने जैसे सरल उपाय बचाव हेतु बहुत प्रभावी हैं इस प्रकार के उपाय का भले ही साधारण से लगते हो पर इनको अपनाना बहुत ही प्रभावी व महत्वपूर्ण है ।
• कपड़े और सतहों को कीटाणुनाशक उपचार की आवश्यकता होती है और एक पुष्ट मामले में कमरे/ ऑफिस को बार-बार कीटाणुनाशक धूमन (फ्युसमगेशन) की आवश्यकता होती है ।
• एंटीसेप्टिक, ऊष्मा और पराबैंगनी प्रकाश वायरस को मारता है ।
(A) माउथवॉश/ गमक पानी के गरारे और गमक पानी से स्नान एवां हैंड सैननटाइजर का प्रयोग प्रभावी हैं ।
(B गरम पका हुआ खाना फ्रिज के ठन्डे भोजन अथवा कटे हुए फलों को देरी से खाने से बेहतर है।
(C) ऑफिस और घर हवादार होना चाहिए। कमरे में धूप फायदेमंद है ।
(D) सतहों और फर्श की डिटजेंट/ फिनाइल से सफाई उपयोगी है । कपड़े को धोने से पहले अधिक समय तक भिगोये ।
(E) ऐंटीबीओटिक दवाओँ का प्रयोग नही किया जाना चाहिए क्युकी वायरस इन पर प्रतिक्रिया नही करता है।
जरूरी नही के सभी एक्सपोज्ड व्यक्ति संक्रमित होते हैं। यह भी जरुरी नही है की सभी संक्रमित व्यक्ति बीमार पड़ते हों ।
❖ शरीर में सांक्रमण के कुछ ही दिनों में प्रतिरोधक क्षमता पैदा करके वायरस से लड़ने की एक जन्मजात क्षमता होती है ।
❖ अधिकांश संक्रमित व्यक्ति के लिए सरल/ सामान्य चितिक्सा उपाय पर्यापत हैं ।
❖ सांदिग्ध रोगियों द्वारा उपयोग किये जाने वाले सार्वजानिक रास्ते और ऑफिस के गलियारों में कैक्ल्शयम हाइपोलोराइट का उपयोग प्रभावी है।
अभी के लिए बस इतना ही। हमेशा सुरक्षित रहें, और आसपास को भी सुरक्षित रखे


धन्यवाद एवं सादर,



गौरव काला,
प्रमाणित स्वास्थ्य और पोषणविद्‍ कोच,
+ 91-9999944773
www.livelifelong.co.in

विशेष धन्यवाद:-

श्री नितिन कुमार ( 9991154544 ) ट्रीपल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, फरीदाबाद में आयुर्वेदिक उत्पादों और हेल्थकेयर सेवाओं के सीएनएफ (CNF) वितरक का काम करते है डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इनसे सम्पर्क करें। इनके पास Fino, Oxigen, Darjuv9, Damaulik, Rjuv8, Rjuv9, Maxx, Zordus, Biosash, Arise, Energie9, NW ( Nutriment WareHouse), Manipal, Image Impact, MemoPower और कई अन्य के डिस्ट्रीब्यूटर बनने के लिए संपर्क करें।

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आप भी प्रशन पूछकर लेखक का उत्साह बढ़ा सकते है व् अपनी जानकारी भी दुरुस्त कर सकते है 

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इनकारी बयान:- यह लेख कोविड- 19 के बारे में सामान्य जानकारी पर आधारित है। लेखक ने NCOVID-19 AWARENESS AND PREVENTION का कोर्स Apollo MedSkills से किया हैं। स्व-शर्तों के अनुसार कोई भी क्रिया का उपयोग करने से पहले कृपया अपने किसी भी स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें।

( लेखक द हेल्थ साइंसेज एकेडमी से प्रमाणित हैं और यहाँ व्यक्त किए गए सभी विचार व्यक्तिगत हैं। )

सभी अधिकार सुरक्षित: - इस ब्लॉग के किसी भी भाग को किसी भी रूप में या किसी भी तरह से, लेखक की अनुमति के बिना दोबारा प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है।




Monday, April 20, 2020

Ayurveda serves a important roles to recover from Edema ( Swelling ) and Back Pain

Back pain is caused by a variety of problems including “Acute Pulmonary Edema.” Edema builds up abnormal and excessive fluids that cause serious actions to the tissue cells. What happens is similar to overwatering plants. The plant will swell and gradually wither away.

                                 

Edema in acute stages is defined as heart failure to one side, yet the problem extends to cause pain in the back. What occurs is when the heart is interrupted; it channels the fluids to tubes, vessels, ducts, and passageways that extend to the lungs.

 
Edema ( Swelling ) and Back Pain Causes:-

Edema may arise from inhaling smoke, excessive I.V. intakes of fluid, an overdose of drugs, such as morphine, barbiturates, and heroin. The lack of heart pumping can cause stress to the chest, which when the chest is scarred it affects the spine's structure and mobility.
                                Related image

Overarching the back is where back pain starts since the chest is restricted from scarring and/or edema. The back pain is not necessary the issue at this stage since the heart is the starting point, which could lead to cardiac arrest.

Edema ( Swelling ) and Back Pain Symptoms:-

Edema may present fatigue, coughing, murmurs, Orthopnea, one-side heart failure (Right often), low output of cardiac, exerted Dyspnea, and so on. The condition can cause various other symptoms to emerge as well. 
                                            
Experts will request that the patient limit fluid intake, and join in oxygen therapy. Since edema causes excessive fluid buildup, isometric exercises, and bed, rest is required. Isometric workouts are the process of pushing muscles next to a sturdy surface, whereas the muscles are put under tension, yet restricted from contractions. The exercises are recommended in a variety of medical treatments when back pain is involved.
                                         
Edema also affects the joints, cartilages, muscles, etc, which can cause tenderness, ulcers of the legs, changes of stasis, and so forth. Edema affects the veins found in the neck as well, which is one of the leading starts of back pain. To avoid traveling into the heart cavity and discussing heart conditions, Anyone will sum up edema and the causes of back pain.
As I mentioned earlier, back pain starts with edema since when the heart is not pumping blood it affects the connective tissues, ligaments, tendons, muscles, cells, joints, etc. As you can see, when the skeleton elements are targeted pain will occur from swelling and inflammation. The cause of back pain then starts with excessive fluid buildup emerging from acute edema and/or peripheral edema conditions. 
To learn more about edema and back pain consider tendons, ligaments, discs, joints, connective tissues, neurological disorders, and so on.


Back pain has affected millions of people, yet the leading causes emerge from nerve and musculoskeletal disorders. Still, many diseases and disorders can cause back pain, including edema.
                                
In fact, when doctors discover nerve disorders, they often link one of the potential causes of edema.

Edema ( Swelling ) and Back Pain being diagnosed:-


Your doctor may do a variety of tests to diagnose your swelling and its cause. First, they will go over the symptoms you’re experiencing and perform a physical examination to check for tenderness in the affected area.

Imaging tests might reveal:
  • blockages in your arteries and veins
  • inflamed muscle or tissue
  • bone fractures
Edema ( Swelling ) and Back Pain prevented?

Your doctor may also suggest lifestyle changes to prevent internal swelling. Some at-home measures you can take include:
  • Avoiding salt
  • Wearing support hose
  • Ayurveda 
  • Consume Harmful chemical-free Natural Products.
Why Ayurveda ? -

Live the Life of Your Dream with Ayurveda.

The tradition of medicine dating back to 5,000 years, is still extremely relevant. We believe that in the right amount with the right materials and right products, Ayurveda can be exceptionally effective. But the bottom line is getting the right combination of raw materials to make the perfect product. Till 1990 there were around 100,000 Ayurvedic practitioners and experts in the country, this, however, remains unchanged till now. Even though the population has grown, and the number of Ayurveda users in India has increased many folds. That said, the right experts just aren’t there. The need for Ayurvedic experts at every step – manufacturing, procuring the right raw materials, mixing, and research and development. There aren’t just many left, and this makes the whole process a daunting task.

The Sacred Wellness: Ayurveda

Ayurveda doesn’t look at the disease but its cause and addresses it with diet and lifestyle herbs. The results are strength, personal growth, and lifelong happiness. we help others discover the Ayurveda inside out like never before. We not only make new breakthroughs but also celebrate this harmonic essence between nature, body, mind, and soul. And yes, we infuse it in every product we make.

Ortho Prash:-

It helps cure all your problems relating to bones and muscles.



Ortho Prash helps to recover Osteoarthritis.






Nuva Juice -
The Famous Ayurvedic Elixir - Chywanprash:-


Reduces Vata inside the body - The seasonal fluctuations of the doshas within us can be balanced by the presence of Ashtavarga. It proves to be invaluable during the seasonal changes.
                       
Anti-Inflammatory - It helps in natural healing and instantly repairs body processes. Ashtavarga is known to reduce inflammation. The presence of Ashvagandha and ginger prevents immunity disorders.

Prevent Arthritis - Presence of herb-like Nirgundi, make sure you get respite from your joint pain. The plant is known to reduce swelling and also excessive pain.

Calmax:-
A Better Tomorrow Starts with Calmax.


Strong bones protect your brain, heart, and other organs from injury. They support the body and allow you to move. You must remember the body is incapable of making calcium on its own, so we must consume optimal amounts of it in order to stay healthy and fit.
                                       
The National Institute of Health recommends around 1000mg of calcium per day for healthy adults. You might wonder that this is something that only affects older people.

BUT—you can take action right now to help make sure that as you grow older your bones are as healthy and strong as they can be.

Quite simply, Calmax herbal supplement is a product designed to deliver concentrated doses of this important mineral.

Benefits of Calmax:
Calcium serves a number of important roles in the body. Here are the key benefits that you can expect:
  • Promotes healthy bones.
  • Supports the health of cardiac muscles and heart.
  • It helps PMS symptoms.
  • Regulates pH levels.
  • It helps dental health by supporting your jaw.
  • Aids in optimal nutrient transport within the body.
  • It helps fight symptoms of calcium deficiency.
  • Promotes overall health.
                             




Thanks & Regards,











Gourav Kala,
Certified Fitness & Wellness Coach,
+91-9999944773



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Mr. Nitin Kumar ( 9991154544 ) as a CNF Distributor of Ayurvedic Products & Healthcare Services as in Tripulse International Pvt Ltd, Faridabad. For Distribution Contact him as TIPL Distributor of Fino, Oxigen, Darjuv9, Damaulik, Rjuv8, Rjuv9, Maxx, Zordus, Biosash, Arise, Energie9, NW ( Nutriment WareHouse), Manipal, Image Impact, MemoPower and many more.














Disclaimer: The article is based on general information regarding the Edema ( Swelling )and Back Pain. Please consult your medical professional before using it as per self conditions.

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Monday, April 6, 2020

क्या ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर कोरोना वायरस (COVID-19) से लड़ सकता है ??

कोरोनोवायरस से बचाव के लिए क्या खाएं?  वर्तमान COVID-19 के प्रकोप और इसके आस-पास के डर के कारण, चिकित्सा विशेषज्ञों के पास हाथ धोने के अलावा कुछ सुझाव हैं, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे बढ़ाया जाए और संभवतः लक्षणों को कम करें क्योंकि कोरोनोवायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। एक भारतीय ट्रेडर मैसर्स ट्रीपल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने कहा की "यूरोप और एशिया में हल्दी की बिक्री बढ़ गई है क्योंकि इसके औषधीय गुणों का उस समय नए सिरे से ध्यान दिया जब कोरोनोवायरस तेजी से फैल रहा है।" DaMaulik ऑर्गेनिक मसाले के एक व्यापारी बायोनिक्स फार्मा नितिन कुमार ने कहा की, “फल और सब्जियों की मांग में कुल मिलाकर 15% की वृद्धि हुई है। लेकिन हमने हल्दी जम्प की मांग को 300% तक देखा है ”
ऑर्गेनिक हल्दी को आपके शरीर में कोरोनोवायरस उत्तेजन को कम रखने के लिए एकमात्र उपाय के रूप में लिया जा रहा है ताकि आपके पास कोरोनोवायरस संक्रामकता से लड़ने का एक मौका हो। कई पोषण विशेषज्ञ और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने साझा किया है कि कैसे एंटीऑक्सिडेंट युक्त जीवन बैक्टीरिया की खुराक, लहसुन, अंडे और हल्दी आपके स्वास्थ्य को तेजी से बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। पोषणविद्‍ विशेषज्ञ गौरव काला ने कहा की, "मेरी पसंदीदा आधारभूत सामग्री DaMaulik हल्दी है क्योंकि यह 100% कार्बनिक और यूएसडीए (USDA) प्रमाणित है। मैं गंभीरता से इसे हर चीज से जोड़ता हूं। हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक लाभ का अधिशेष रखता है और DaMaulik में 5% करक्यूमिन है जो मेरे लिए भारतीय बाजार में सबसे अच्छा है। " भारत में बढ़ते COVID-19 मामलों के साथ फेफड़ों की सूजन को कम करने के लिए कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा हल्दी प्रायोजित की जा रही है। वायरस विशेष रूप से श्वसन प्रणाली पर हमला करने के लिए जाना जाता है। श्री जितेन्द्र डागर के अनुसार, " हमारी दादी के उपाय हमें नुकसान नहीं पंहुचा सकते है, हालांकि यहाँ आपको वास्तव में कोरोनोवायरस से बचाव करने की आवश्यकता है। 5000 वर्षों से इसके औषधीय उपयोगों का वर्णन किया गया है। हमारे भारतीय समारोहों का हल्दी एक पवित्र हिस्सा, एक व्यापक रूप से जड़ी-बूटी वाला सुपरफूड है जिसे शोधकर्ताओं ने सच माना है कि यह कई बीमारियों के खिलाफ एक शक्तिशाली हथियार हो सकता है। ”
जिंजिबरैसी के रूप में हल्दी एक अदरक परिवार का करकुमा लोंगा एक ऐसा पौधा है। यह पौधा भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का मूल पौधा है, जिसमें 20 ° C से 30 ° C के बीच तापमान और फलने-फूलने के लिए व्यापक मात्रा में वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है। हल्दी पाउडर में एक गर्म, कड़वा, तेज, तीखा सुगंध और स्वाद है। हालांकि लंबे समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किया जाता है, जहां इसे "हरिद्रा" के रूप में भी जाना जाता है। हल्दी को आपके शरीर में किसी भी तरह की किसी भी शारीरिक अंग की सूजन को कम रखने के लिए एकमात्र उपाय के रूप में विज्ञापित किया जा रहा है ताकि आपको कोरोनावायरस संक्रमण से लड़ने का बेहतर मौका मिल सके। गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस (SARS-CoV) 2003 की शुरुआत में एक बहुत गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम का कारण बना, जिसके परिणामस्वरूप अंततः 10% केस-फेटलिटी दर हुई। 5% करक्यूमिन के साथ 100% ऑर्गेनिक दामुलिक हल्दी का उपयोग अक्सर गर्म दूध के साथ किया जाता है, जो माना जाता है कि श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रखता है इसलिए Diterpenoids, Sesquiterpenoids, Triterpenoids, Lignoids, और Curcumin को SARS-CoV को 3–10 µM. की सीमा में बाधित करने के लिए दिखाया गया है।
हालांकि, कुछ लोग करक्यूमिन आधारित उत्पादों में सस्ते सिंथेटिक खाद्य रंग और घटिया क्रियाये करके करक्यूमिन का अस्तित्व बाजार के विस्तार को प्रभावित करता है। कुछ कंपनियों का उदेशय यह है की जैसा एक कंपनी DaMaulik अपनी ऑर्गेनिक हल्दी में 5% गारंटीकृत कर्क्यूमिन के साथ ठोस लिपिड नैनोकणों (SLN) के रूप में 100% ऑर्गेनिक हल्दी प्रदान करती है, इसलिए इस हल्दी की शक्ति का उपयोग करें और वायरल संक्रमण के समय में करक्यूमिन के साथ अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ावा दें। रोग प्रतिरोधक बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा हमारे शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा है। एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण करक्यूमिन में होता है क्योंकि यह हल्दी का अर्क है। इटली में उत्तरी इटली में बोलोग्ना क्षेत्र के रूप में नाम है जहां कोरोनोवायरस से मरने वालों की संख्या अधिक है। एक स्थानीय निवासी, दिलीप कुमार, पारंपरिक भारतीय घरेलू उपचारों में अपना विश्वास रखते हैं। कुमार ने कहा, "डर हमेशा रहता है कि मैं इस वायरस का शिकार हो सकता हूं।" उन्होंने जब भी हो सके हल्दी वाला पानी और काली मिर्च वाला दूध पीने की आदत बना ली है। रोग-प्रतिरोधक बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा हमारे शरीर की प्राकृतिक रक्षा है। यह काफी बीमार होने की संभावना को कम कर सकता है। यह केवल कमजोर प्रतिरक्षा के कारण है कि लोग व्यापक कोरोनवायरस और ऐसे अन्य महामारियों से प्रभावित हो रहे हैं।
सत उर्फ़ अर्क निकल कर प्राकृतिक उत्पाद वायरल प्रतिकृति (SARS-CoV 3CL) Diterpenoids, Sesquiterpenoids, Triterpenoids, Lignoids, और Curcumin के रूप में 3–10 µM. बाधित करने के लिए दिखाया गया है।। ( स्रोत विवरण नीचे दिया गया  है ) हालांकि, मानकीकृत हल्दी पाउडर में कम प्रतिशत के स्तर के कारण, बाजार में साधारण हल्दी लेने से सभी लाभों को प्राप्त करना मुश्किल है। DaMaulik कंपनी वास्तव में अद्भुत 5% गारंटीकृत करक्यूमिन के साथ ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर प्रदान करती है इसलिए हल्दी की शक्ति का उपयोग करें और वायरल संक्रमण के समय में करक्यूमिन के साथ अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ावा दें ।
विभिन्न विरोधी गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस एजेंट निषेध के कम-परिभाषित लक्ष्यों के साथ (2007-2011): -
निष्कर्ष बताते हैं कि विशिष्ट Abietane-type Diterpenoids, Lignoids and Curcumin मजबूत विरुद्ध SARS-CoV प्रभाव दिखाते हैं।
लक्ष्य
लक्षित कार्य / अणु प्रकार
एंटीवायरल एजेंट
महत्वपूर्ण एंटीवायरल
गतिविधि 
(EC50/IC50)
Ref./ स्रोत ¥
वायरल प्रतिकृति
SARS-CoV 3CL प्रोटीज?
Diterpenoids, Sesquiterpenoids, Triterpenoids, Lignoids, Curcumin
3-10 µM
Wen CC, Kuo YH, Jan JT, et al. 
† चयनात्मक सूचकांक :-
 एंटीवायरल प्रभावकारिता मूल्यांकन रिपोर्ट(EC50 या IC50) / विषाक्तता मूल्य (IC50 या CC50)

CC50:   अर्ध-अधिकतम साइटोटोक्सिक एकाग्रता; ( Half-maximal cytotoxic concentration)
CoV:     कोरोनावायरस; ( Coronavirus; )
EC50:    अर्ध-अधिकतम प्रभावी एकाग्रता; (
Half-maximal effective concentration;) 
HHA:    हिप्पेस्ट्रम हाइब्रिड लेक्टिन (एमरिलिस बल्ब); (Hippeastrum hybrid lectin (amaryllis bulbs); )
IC50:    अर्ध-अधिकतम निरोधात्मक एकाग्रता; (
Half-maximal inhibitory concentration; )
SARS:   गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम; ( 
Severe acute respiratory syndrome; )
TSL:      टोना सिनेंसिस लीफ; ( 
Toona sinensis leaf; )
UDA:     यूरेटिका डियोका एग्लूटीनिन। ( 
Urtica dioica agglutinin.)

(स्रोत - वेन सीसी, कुओ वाईएच, जान जेटी, एट अल। (Wen CC, Kuo YH, Jan JT, et al.) विशिष्ट पौधे टेरपेनोइड्स और लिग्नोइड्स में गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस के खिलाफ शक्तिशाली एंटीवायरल गतिविधियां हैं। (Specific plant terpenoids and lignoids possess potent antiviral activities against severe acute respiratory syndrome coronavirus. ) जे। मेड। केम। 2007; 50: 4087–4095)

अगर इस दवा को COVID-19 के लिए बना भी लिया जाता है, तो इसमें प्रति मरीज कम से कम $ 25,000- $ 30,000 खर्च होंगे। प्राकृतिक रूप से IL-6 को कम करने के लिए प्रकृति के प्रभावी अणु होते हैं: हल्दी / करक्यूमिन, रेसवेराट्रॉल और ल्यूटिन। उपरोक्त अपील वैज्ञानिक लेखों पर आधारित थी जिसमें कहा गया था कि कर्क्यूमिन एंजियोटेनसिन-परिवर्तित एंजाइम 2 (ACE2 एंजाइम) angiotensin converting enzyme 2 (ACE2 enzyme) की अभिव्यक्ति को बढ़ा सकता है। एक अन्य वैज्ञानिक लेख में, यह कहा गया था कि ACE2 एंजाइम गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (SARS Cov-2) का एक रिसेप्टर है जो कोरोनावायरस रोग 19 (COVID 19) का कारण बनता है। प्रो। मंगेस ने बताया कि ACE2 एंजाइम एक एंजाइम है जो एंजियोटेंसिन परिवर्तनों की मध्यस्थता करता है।
प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए कुछ अन्य सुझाव:
• सुपर स्वस्थ रहने वाले पैटर्न के माध्यम से सहन-शक्ति में सुधार करें।
• दूध और अंडे सहित संपूर्ण पौष्टिक भोजन खाएं।
• कई प्रकार के मसालों को उनकी महान सामग्री के कारण, नियमित रूप से खाएं, लेकिन बहुत अधिक नहीं। उदाहरण के लिए, हर शाम 1/4 कप अदरक का अर्क पीना है।
• हर दिन कम से कम 5 खजूर सीधे खाने या या पानी में भिगोकर भी खाने पर विचार करें।
• पर्याप्त पानी पिएं।
• स्वच्छता बनाए रखें।
• भीड़ से बचें और जितना संभव हो सके सामाजिक भीड़भाड़ में न जाये ।
संक्रमण को रोकने और वायरस के प्रसार के सर्वोत्तम तरीके हैं:
• साबुन और गर्म पानी का उपयोग करते हुए, बार-बार और अच्छी तरह से हाथ धोना। 
• साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध नहीं होने पर कम से कम 60% अल्कोहल के साथ अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना। 
• अनजाने हाथों से आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें। 
• जो लोग बीमार हैं उनसे निकट संपर्क से बचें। 
• काग़ज़ी रुमाल के साथ खाँसी या छींक को कवर करें और कचरे में काग़ज़ी रुमाल को फैके ।
• बीमार होने पर घर पर रहें। 
• नियमित रूप से घरेलू सफाई स्प्रे या पोंछे का उपयोग करके साफ और कीटाणुरहित वस्तुओं और सतहों को छुआ जा सकता है ।
स्वास्थ्य का उज्ज्वल हिस्सा है ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर: -

करक्यूमिन, पौधे के मूल से निकला एक चमकीला पीला रंग है जिसे कुरकुमा लोंगा (जिसे हल्दी भी कहा जाता है) और इसके औषधीय उपयोग 5000 वर्षों से अधिक समय से वर्णित हैं। इसे हर्बल सप्लीमेंट, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, भोजन के स्वाद और भोजन के रंग के रूप में बेचा जाता है। करक्यूमिन बाजार में इसके चिकित्सीय गुणों के बारे में उपभोक्ता जागरूकता में वृद्धि के कारण एक बड़ा विकास देखने की उम्मीद है। हल्दी और कर्क्यूमिन, इसके घटकों में से एक, विभिन्न मानव रोगों और स्थितियों के लिए कई नैदानिक ​​परीक्षणों में अध्ययन किया गया है। बढ़ी हुई स्वास्थ्य चेतना, करक्यूमिन के कई स्वास्थ्य लाभ, प्राकृतिक और जैविक पूरक पदार्थों की बढ़ती आवश्यकता ने पिछले कुछ वर्षों में करक्यूमिन की मांग को बढ़ाया है, इस प्रकार करक्यूमिन बाजार के विकास को बढ़ाता है। लेकिन अगर करक्यूमिन उचित मात्रा से अधिक प्लाज्मा में प्रवेश करता है, विषाक्त होने का एक उच्च जोखिम है क्योंकि यह हानिकारक है, और प्रतिकूल प्रभाव के जोखिम को बढ़ाने के लिए जाने जाने वाले कई प्रोटीनों के साथ परस्पर प्रभाव करता है। पिछली आधी शताब्दी के भीतर प्रकाशित 1500 से अधिक पत्रों से पता चला है कि करक्यूमिन में कई आणविक लक्ष्यों के मॉड्यूलेशन के माध्यम से कैंसर, मधुमेह, हृदय रोगों, गठिया, अल्जाइमर, सोरायसिस, आदि सहित विभिन्न प्रकार की सूजन संबंधी बीमारियों के उपचार की क्षमता है। । डेम्पर्युलोएल्मेटेन (1,7-बीआईएस (4-हाइड्रॉक्सी-3-मेथॉक्सीफिनाइल) -1,6-हेप्टाडीन-3,5-डियोन), Diferuloylmethane (1,7-bis(4-hydroxy-3-methoxyphenyl)-1,6-heptadiene-3,5-dione) जिसे करक्यूमिन भी कहा जाता है, जो हल्दी की अधिकांश का लगभग 2-8% प्रतिनिधित्व करता है, रंग और स्वाद हल्दी को इसकी विशिष्ट पहचान देता है। अपने आप में, करक्यूमिन अपने विरोधी बीमारियों से लड़ने , एंटी-ट्यूमर और एंटीऑक्सिडेंट प्रभावों के लिए जाना जाता है। करक्यूमिन एक पीला रंगद्रव्य है जो मुख्य रूप से हल्दी में पाया जाता है, जिसे अदरक परिवार का एक फूलदार पौधा जिसे मसाले के रूप में जाना जाता है। उच्च मात्रा में, यह गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए असुरक्षित हो सकता है। कैंसर रोगियों में दो प्रारंभिक नैदानिक ​​अध्ययन जिनमें करक्यूमिन की उच्च खुराक (3 से 4 महीने तक प्रति दिन 8 ग्राम) का सेवन किया गया था, में कोई विषाक्तता नहीं दिखाई दी, हालांकि कुछ विषयों में हल्के मतली या दस्त की सूचना मिली। (स्रोत चिकित्सा दवा और जीव विज्ञान पुस्तक श्रृंखला (AEMB, मात्रा 595) में सहायक के एक भाग के रूप में स्रोत )
केरल में इंस्टीट्यूट संस्थान जिसे श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज कहा जाता है, ने हल्दी-आधारित कैंसर उपचार के लिए अमेरिकी पेटेंट प्राप्त किया है, क्योंकि हल्दी में पाए जाने वाले यौगिक करक्यूमिन का उपयोग करके कैंसर का इलाज करने की विधि प्रस्तुत की गई है। इसके अलावा, स्वस्थ जीवन जीने जैसे कारक, जैविक-आधारित खाद्य पदार्थों के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधीय योगों की मांग में वृद्धि, और करक्यूमिन का उपयोग कर फार्मास्युटिकल और स्किनकेयर उत्पादों में नवाचारों ने वैश्विक करक्यूमिन बाजार के विकास को पूरक बनाया है। हालांकि, कुछ करक्यूमिन आधारित उत्पादों में सस्ते सिंथेटिक खाद्य रंग का उपयोग इन चुनौतियों की उपस्थिति बाजार की वृद्धि को प्रभावित करती है। आयुर्वेदिक के साथ-साथ हर्बल पोषण की खुराक और स्किनकेयर उत्पादों में कर्क्यूमिन को शामिल करने से आने वाले वर्षों में करक्यूमिन की लोकप्रियता और मांग बढ़ने की उम्मीद है।
फार्मास्युटिकल 2017 में वैश्विक उद्योग के राजस्व के आधे से अधिक हिस्से के लिए जिम्मेदार सबसे बड़ा खंड था। करक्यूमिन का उपयोग कई चिकित्सा और खाद्य अनुप्रयोगों में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में किया जाता है, जो इसके विरोधी बीमारियों से लड़ने, एंटीऑक्सिडेंट और उपास्थि के निर्माण गुणों के कारण होता है। फार्मास्युटिकल उद्योग सक्रिय रूप से पाउडर, कैप्सूल, और सिरप के रूप में कई बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि घावों के उपचार, मोच, गठिया, यकृत की समस्याओं, मधुमेह, गैस्ट्रिक समस्याओं, अल्जाइमर, माइग्रेन के इलाज के लिए सक्रिय रूप से कोशिश कर रहे हैं। पूर्वानुमान के दौरान फार्मास्युटिकल और कॉस्मेटिक उद्योग में इसके आवेदन के दायरे में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे करक्यूमिन बाजार की वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।


धन्यवाद एवं सादर,











गौरव काला,
प्रमाणित स्वास्थ्य और पोषणविद्‍ कोच,
+ 91-9999944773














विशेष धन्यवाद:-
श्री जितेन्द्र डागर, DaMaulik ऑर्गेनिक्स के प्रबंध निदेशक
श्री नितिन कुमार (9991154544) DaMaulik ऑर्गेनिक मसालों के CNF वितरक के रूप में ट्रीपल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, फरीदाबाद 



इनकारी बयान:- लेख हल्दी के लाभों के बारे में सामान्य जानकारी पर आधारित है। कोई भी उपचार शुरू करने से पहले अपने मेडिकल प्रोफेशनल से सलाह लें।

(लेखक द हेल्थ साइंसेज एकेडमी  से न्यूट्रिशनिस्ट प्रमाणित हैं और DaMaulik ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर के उपयोगकर्ता हैं। यह व्यक्त किया गया है)।